श्रीमद भगवद गीता पर आधारित नोट्स किसके लिए हैं?
- क्या तुम एक गंभीर जिज्ञासु हो?
- जिस-जिस जीव में अपने लक्ष्य के प्रति अस्पष्टता है
- अपने निर्णयों के प्रति द्वन्द है
- अपनी आत्मिक प्रगति हेतु मार्गदर्शन की गहरी चाहत है
- लक्ष्य प्राप्ति पथ पर अपने भीतर आत्मविश्वास की कमी है
- ईश्वरीय वाणी को जानने और समझने की जिज्ञासा है
- असफलताओं के प्रति भय व्याप्त है
- सफलता की कामनाएँ कुछ सार्थक परिणाम देने में अक्षम हैं
- आत्म नियंत्रण का गहरा अभाव है
जो जिज्ञासु श्रीमद भगवद गीता की विवेचना को आधुनिक युग के अनुरूप जानना और समझना चाहते हैं उनके लिए अध्ययन की यह सुविधा अत्यन्त सहायक सिद्ध होगी। मुनि वेदव्यास की कालहीन वाणी प्रत्येक काल के अर्जुन की समस्याओं के निदान हेतु एक अचूक एवं अकाट्य समाधान है। श्री दिनेश कुमार जी द्धारा आयोजित यह कक्षा उस देव वाणी को आधुनिक अर्जुन की विषमताओं के प्रकाश में ही प्रस्तुत करने का एक सार्थक प्रयास है। अभी तक पाँच अध्याय पर प्रत्येक श्लोक पर आधारित कक्षाओं का आयोजन किया जा चुका है। अर्थात 231 श्लोकों पर कक्षाओं का आयोजन एक एक श्लोक करते हुए अभी तक पूर्ण हुआ है। श्रीमद भगवद गीता जी के पहले तीन अध्याय पर पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी हैं जिन्हें जिज्ञासु फेसबुक पेज की Shop से प्राप्त कर सकते हैं। परन्तु यह पहली बार है कि पढ़ाए गए प्रत्येक श्लोक पर जिज्ञासुओं को नोट्स की सुविधा भी प्राप्त हो।
विशेष: जो जिज्ञासु पूरे छठे अध्याय के नोट्स एक साथ सब्सक्राइब करेंगें उन्हें न केवल विशेष छूट का लाभ प्राप्त होगा अपितु सबसे बढ़ा लाभ यह होगा कि वह प्रत्येक कक्षा के उपरांत अपने दो प्रश्नों पर ईमेल के द्धारा सीधे श्री दिनेश कुमार जी से अपनी शंका का निवारण प्राप्त कर पाएँगे। इस सुविधा जिज्ञासुओं के केवल वही प्रश्न स्वीकार्य होंगें जो उस कक्षा में पढ़ाये गए विषय से सीधे रूप में सम्बंधित होंगें। अन्य विषयों पर पूछे गए प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया जाएगा।
श्रीमद भगवद गीता की कक्षा के सीधे प्रसारण पर नोट्स हिंदी अथवा अंग्रेजी में प्राप्त किये जा सकेंगें। जो जिज्ञासु दोनों भाषाओं में नोट्स प्राप्त करना चाहते हों उन्हें नोट्स दोनों भाषाओं में अलग अलग खरीदने होंगें।